जब लोग Blogging स्टार्ट करते हैं तो उनकी सबसे बड़ी प्रॉब्लम होती है कि अपने ब्लॉगर वेबसाइट के लिए niche कैसे चूज करें। ज्यादातर लोगों के फेल होने का रीजन भी यही है कि वो niche गलत चूज कर लेते हैं। तो कैसे करें चूज नीच को जो आपको प्रॉफिट देता रहे। लेकिन उससे पहले समझते हैं कि नीच होता क्या है।
Niche क्या होता है?
मैं जब 12 में पढ़ था तब मेरे पैरंट्स मुझे बस एक ही बात कहते थे कि तुझे इस साल अच्छे से पढ़ाई करना है, अच्छा स्कोर करना है और इंजीनियरिंग या मेडिकल में जाना है। उस समय मेरा कोई दूसरा इंटेररेस्ट था नहीं इसलिए पैरंट्स का सुन लिया और नागपुर के एक फेमस कॉलेज में केमिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन ले लिया। लेकिन एक वीक लेक्चर और प्रैक्टिकल अटेंड करने के बाद मुझे समझ में आया कि केमिकल इंजीनियरिंग से बोरिंग करियर मेरे लिए और कोई नहीं हो सकता। लेकिन अब क्या चार साल तो इसमें निकालना ही पड़ेगा।
इंजिनियरिंग करने के बाद जॉब नहीं मिला। कंप्यूटर और इंटरनेट की दुनिया में कदम रखा और तब समझ में आया कि पीसी में काम करने में मैं कितना इंजॉय करता हूं। जॉब में करियर की अगर बात करूं तो मोटे मोटे ही करीयर मिलते हैं जैसे इंजिनियरिंग, मेडिसिन, आर्ट्स, कॉमर्स, अकाउंटेंसी, होटल मैनेजमेंट एक्सट्रा। मेरे पैरंट्स मुझे इंजीनियरिंग या मेडिकल में भेजना चाहते थे। क्योंकि बाकी करियर के मुकाबले इंजीनियरिंग और मेडिकल में ज्यादा पैसा है। मेरे जैसे बहुत से लोगों के साथ ऐसा ही होता होगा कि उनके पैरंट्स उनको हाई सैलरी वाले करियर में भेजना चाहते हैं।
तो बस जैसे जॉब में होता है वैसे ही ब्लॉगिंग करते समय होता है। जो इतने सारे करियर है वह एक तरह से niche हैं। ब्लॉग्गिंग स्टार्ट करते समय आपको डिसाइड करना होता कि किस नीच पर काम करें। मतलब कि किस टॉपिक पर ब्लॉग बनाएं। जब लोग ब्लॉगिंग स्टार्ट करते तो यहां वहां से पढ़कर या यू ट्यूब के वीडियो देखकर किसी भी नीच में अपनी साइट बना लेते हैं और प्रॉब्लम यह आता है कि उनको इस साइट पर काम करना बोरिंग लगने लगता है।
ऐसे वैसे जोश में आकर दो चार पोस्ट लिख दिए, 10 15 लिख दिए, एक महीना हो गया, दो महीना या चार महीने हो गए ना इंटरेस्ट आ रहा है ना रिजल्ट। उसके बाद और दो तीन महीने चलो देख लेते हैं और उसके बाद काम करना बंध। ज्यादातर लोग जब ब्लॉगिंग करना चाहते हैं उनकी यही कहानी होती है।
तो फिर कैसे करें नीच को चूज कि आप इंजॉय भी करें और प्रॉफिट भी। बहुत सारे नीच है जिस पर आप काम कर सकते हो। जैसे कि टेक्नोलॉजी, फैशन, हेल्थ, फाइनेंस, शॉपिंग, मनी, मार्केटिंग, फिटनेस, पॉलिटिक्स, बिजनेस, स्पोर्ट्स, जॉब्स, मोटिवेशन, करियर, एंटरटेनमेंट, मोबाइल, इनवेस्टमेंट, फूड, गेम्स, पर्सनल डेवलपमेंट, रिलेशनशिप्स, ट्रैवल, इलैक्ट्रोनिक्स, क्रिप्टो करंसी, ब्यूटी और भी कई सारे नीच हैं। तो आखिर कैसे करें नीच को चूज।
Niche Choose करने के लिए तीन इम्पॉर्टेंट स्टेप
Passion, Interest, Knowledge and Experuence
आपको चेक करना पड़ेगा कि आपका पैशन और इंटरेस्ट क्या है। ऐसा कौन सा टॉपिक है जिसके बारे में पढ़ने में आपको मजा आता है। ऐसे कौन से टॉपिक जिसके बारे में आप दूसरे से अच्छा जानते हों। वो चीज आपको ढूंढनी है। आपको स्पोर्ट्स में इंटेररेस्ट हो सकता है, फिटनेस, गार्डनिंग, प्रैक्टिस, ट्रैवलिंग, म्यूजिक, गेम्स, गैजट, शॉपिंग, फैशन या और किसी में हो सकता है।
पैशन या इंटरेस्ट इसलिए क्योंकि आप को लाइफ लॉन्ग अपने नीच में डील करना पड़ेगा, आपको पढ़ना पड़ेगा, रिसर्च करना पड़ेगा और लिखना पड़ेगा। अगर आप अपने नीच को इंजॉय नहीं कर पाओगे तो बहुत साल तक इसमें टिके रहना मुश्किल है। ऐसा भी हो सकता है कि किसी फील्ड में आपको इंटेररेस्ट ना हो लेकिन आप उस फील्ड में रेगुलर काम करते हैं या वो आपका फील्ड है तो उसकी वजह से आपको उस पर्टिकुलर नीच का काफी नॉलेज या अनुभव होता है।
जैसे की आप लॉ की स्टडी कर रहे हो या इस फील्ड में जॉब करते हो। रियल एस्टेट में आप डील करते हो या किसी भी और टॉपिक पर आप अपने नॉलेज और एक्सपीरियंस को लोगों के साथ शेयर कर सकते हो। क्योंकि लोगों को वेबसाइट पर उन कंटेंट को पढ़ना ज्यादा पसंद है जिसमें कोई अपनी एक्सपर्टीज शेयर कर रहा हो।
Broad VS Narrow VS Micro Niche
किस टाइप के निच में काम करें? तो अगर मुझे आज अपना ब्लॉग स्टार्ट करना है तो मैं किसी नेरो नीच या माइक्रो नीच पर काम करूंगा। जैसे कि अगर मैं मनी कनेक्शन की बात करूं तो काफी सारे नैरो नीच का आप्शन है। जैसे की मेक मनी आइडिया पर ब्लॉग स्टार्ट करूंगा। या फिर मनी सेविंग आइडियाज पर या सिर्फ एफीलीएट मार्केटिंग पर।
अगर माइक्रो नीच की बात करू तो और भी डीप जा सकता हूं जैसे कि मेक मनी आइडिया में ऑनलाइन सर्विस या ट्रांसक्रिप्शन जो कि बहुत ही आसान नीच है। या ब्लॉगिंग की बात करूं तो मैं वर्डप्रेस थीम्स या वेब होस्टिंग रिव्यु पर ब्लॉग बना सकता हूं। जो कि बहुत प्रॉफिटेबल नीच है। या फिर मनी सेविंग आइडियाज में किसी एक आइडिया पर मैं काम कर सकता हूं।
माइक्रो न्यूज में काम करने के कई बेनिफिट्स हैं।
- कॉम्पिटिशन ज्यादा नहीं होता।
- गूगल रैंकिंग पास आ सकती है।
- हाइली टारगेटेड होते है।
- कंटेंट ज्यादा लिखने की जरूरत नहीं है।
- कभी भी चेंज कर सकते हो।
बहुत से लोग का मिस कंजप्शन है की ब्रॉड नीच बहुत ज्यादा प्रॉफिटेबल होते हैं, मैक्रों निच के कम्पेरिजन में। लेकिन अक्सर ऐसा नहीं होता है। किसी भी वेबसाइट पर 90% ट्रैफिक 10 % या उससे भी बहुत कम पोस्ट पर आता है और बाकी 90% से ज्यादा पोस्ट पर 10% ट्रैफिक आता है। जैसे कि अगर आप मनी कलेक्शन को एनालाइज करेंगे तो सिर्फ 30 से 40 पोस्ट पर ही मैक्सिमम ट्रैफिक आता है।
अगर आप इन पोस्ट को लेकर एक अलग वेबसाइट बनाएं तो ये माइक्रो नीच वेबसाइट बन सकती है, लेकिन ट्रैफिक उतना ही। तो माइक्रो नीच वेबसाइट try करो। उस पर अच्छा हाई क्वालिटी कंटेंट क्रिएट करो अच्छा SEO करो सक्सेस फास्ट करोगे।
Profitability of a Niche
आप कैसे मालूम करोगे कि कोई बिजनेस कितना प्रॉफिटेबल है। इस बात का पता आप इन 6 तरीकों से कर सकते हैं।
- ट्रांजेक्शनल् ऐक्टिविटी कैसी है उस नीच में।
- कितने affiliate Program है प्रमोट करने के लिए।
- क्या ये नीच कीसी की कोई प्रॉब्लम सॉल्व करता है।
- कितना मंथली सर्च वॉल्यूम है गूगल में।
- सोशल इंगेजमेंट केसी है इस नीच की।
- कॉम्पिटिशन कितना है थोड़ा कॉम्पिटिशन जरूरी है।
यह कुछ example है प्रॉफिटेबल नीच के जैसे कि गार्डनिंग इक्विपमेंट, डॉग फूड, प्रेग्नेंसी सप्लिमेंट्स, कार एक्सेसरीज़, वेब होस्टिंग रिव्यूज
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद क्या आप अपना नीच डिसाइड कर सकते हैं। कमेंट के थ्रू जरूर बताइएगा। अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करएगा।