Interest Coverage Ratio क्या होता है?

इस स्टॉक मार्केट में लॉस की सबसे बड़ी वजहों में से एक है ऐसी कंपनियों में निवेश कर देना जो फाइनैंशली स्ट्रॉन्ग नहीं है। क्योंकि ऐसी कंपनियों पर थोड़ी सी भी फाइनेंशियल प्रॉब्लम आने पर बहुत बुरा असर पड़ता है जिसकी वजह से इनके स्टॉक्स क्रैश हो जाते हैं। इस वजह से ये बहुत इम्पॉर्टेंट है कि हम फाइनेंसली weak कंपनियों में इनवेस्टमेंट करने से बचें।

दोस्तो हम इस पोस्ट में इंटरेस्ट कवरेज रेशियो को जानेंगे जो हमें फाइनैंशली weak कंपनियों में इनवेस्टमेंट करने से बचा सकता है। हम जानेंगे कि इंटरेस्ट कवरेज रेशियो क्या होता है। ये कैसे कैलकुलेट होता है और हम इसे कैसे इस्तेमाल करना चाहिए।

नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका हमारे इस ब्लॉग पर। तो चलिये शुरू करते हैं।

Interest Coverage Ratio क्या है?

आइए जानते हैं कि इंटरेस्ट कवरेज रेशियो क्या होता है।

दोस्तो इंटरेस्ट कवरेज रेशियो एक फाइनैंशल रेशियो है जो हमें ये बताता है कि एक कंपनी अपने लोन पर इंटरेस्ट पेमेंट कितनी आसानी से कर सकती है। एक कंपनी का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो जितना ज्यादा होता है उस कंपनी को फाइनेंशियली उतना स्ट्रांग माना जाता है।

दोस्तो इंटरेस्ट कवरेज रेशियो का फॉर्मूला होता है:

Interest Coverage Ratio = Earnings before interest and taxes(EBIT) / Interest expanse

यहां पर अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट्स एंड टैक्सीस(EBIT) का मतलब है कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट। और इंट्रेस्ट एक्सपेंस (Interest expanse) का मतलब है कि कंपनी साल भर में अपने लोन्स पर टोटल कितना इंटरेस्ट दे रही है। हमें अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट एंड टैक्सेस और इंटरेस्ट एक्सपेंस दोनों कंपनी के इनकम स्टेटमेंट से मिल जाता है।

Interest Coverage Ratio की गणना कैसे की जाती है?

एग्जाम्पल के लिए मान लेते हैं ये ab Ltd एक कंपनी है जिसका इनकम स्टेटमेंट कुछ इस तरह है:

calculation of Interest Coverage Ratio with example in hindi

आइये हम एबी लिमिटेड इंटरेस्ट कवरेज रेशियो को कैलकुलेट करते हैं। दोस्तो इंटरेस्ट कवरेज रेशियो का फार्मूला है

Interest Coverage Ratio = (EBIT) / Interest expanse

यहां पर ab लिमिटेड का अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट टैक्सेज है 12 करोड़ रुपए और इंटरेस्ट एक्सपेंस है 2 करोड़ रुपए। इस तरह एबी लिमिटेड का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो हो जाएगा।

Interest Coverage Ratio = 12/2 = 6

इसका मतलब यह है कि ए बी लिमिटेड का ऑपरेटिंग प्रॉफिट उसके सालाना इंटरेस्ट एक्सपेंस का 6 गुना है और एबी लिमिटेड अपने ऑपरेटिंग प्रॉफिट से अपने इंटरेस्ट का पेमेंट आसानी से कर सकती है।

Interest Coverage Ratio का उपयोग कैसे करें?

दोस्तो इंटरेस्ट कवरेज रेशियो से लेंडर्स, क्रेडिटर्स और इनवेस्टर्स यह देखते हैं कि कंपनी को किसी भी तरह का लोन देना कितना रिस्की हो सकता है। एक कंपनी का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो जितना कम होगा उस कंपनी के लिए अपने ऑपरेटिंग प्रॉफिट से इंटरेस्ट का पेमेंट करना उतना मुश्किल होगा।

इनवेस्टर जनरली उन कंपनियों को फाइनैंशली स्ट्रॉन्ग मानते हैं जिनका इंटरेस्ट कवरेज रेशियो तीन या तीन से ज्यादा है। और जैसे जैसे एक कंपनी का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो तीन से कम होता जाएगा वह कंपनी इनवेस्टर्स की नजर में उतनी ज्यादा रिस्की होती जाएगी। अगर किसी कंपनी का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो एक से कम है तो इसका मतलब है कि वह कंपनी फाइनेंशियली बहोत weak कंडीशन में है। क्योंकि इंटरेस्ट कवरेज रेशियो 1 से कम होना यह बताता है कि कंपनी अपने ऑपरेटिंग प्रॉफिट से अपनी इंटरेस्ट का पेमेंट भी नहीं कर पा रही है और हो सकता है कि कंपनी आने वाले कुछ समय में bankrupt हो जाए।

दोस्तो हमें खुद से इंटरेस्ट कवरेज रेशियो को कैलकुलेट करने की जरूरत नहीं है। अक्सर कंपनियां खुद इसे अपनी एनुअल रिपोर्ट में शो करती हैं या हम इसे कई वेबसाइट जैसे screener.in या moneycontrol.com पर भी आसानी से देख सकते हैं।

दोस्तों कंपनियों के आज के इंटरेस्ट कवरेज रेशियो को देखने के साथ साथ हमें इसके साल दर साल के ट्रेंड को भी देखना चाहिए।

एग्जाम्पल के लिए मान लेते हैं एबी लिमिटेड और डीसी लिमिटेड जो कंपनियां हैं और दोनों कंपनियों का पिछले पांच साल का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो ईस तरह है:

last 5 years Interest Coverage Ratio of example companies AB ltd & DC ltd

यहां पर हम देख सकते हैं कि एबी लिमिटेड का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो 2016 से लगातार अच्छा हुआ है जिसका मतलब है कि एबी लिमिटेड लगातार अपने आपको स्ट्रॉन्ग बनाती जा रही है। वहीं डीसी लिमिटेड का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो 2016 से लगातार कम होता गया है जिसका मतलब है कि किसी न किसी वजह से डीसी लिमिटेड साल दर साल फाइनेंशियली वीक होती जा रही है।

इस तरह हम कंपनियों के इंटरेस्ट कवरेज रेशियो के ट्रेंड से यह समझ सकते हैं कि कंपनियां टाइम के साथ अपने आपको फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग बना रही हैं या फाइनेंशियली वीक।

तो दोस्तो ये था हमारा आज का पोस्ट यह था इंटरेस्ट कवरेज रेश्यो के ऊपर। इसमें हमने जाना कि इंटरेस्ट कवरेज रेशियो क्या होता है यह कैसे कैलकुलेट होता है और हमें इसे कैसे इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया वो इस पोस्ट को जरूर शेयर कीजिए और अगर आप इस मुद्दे से कोई भी सवाल करना चाहते हैं तो उसे नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।

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